कहो मुबारक साल नया है


नई उम्मीदों का चेहरा है
कहो मुबारक साल नया है

अबके साल भला सब होगा
जो होगा अच्छा अब होगा
जख्म पुराने फिर न कुरेदो
जो था बुरा वो बीत गया है
कहो मुबारक..........

बात पुरानी मत दोहराओ
भूली कहानी मत दोहराओ
मत दोहराओ फसाद के किस्से
बोलो सब कुछ भूल चुका है
कहो मुबारक..........


करना मत लाशों पे सियासत
फैलाना मत नाहक नफरत
कह दो सियासतदानों से
चेहरा चुल्लू में डूब रहा है
कहो मुबारक..........


अबके साल न जुल्म कहीं हो
मौत भूक से अब न कोई हो
बची रहे बेटी की अस्मत
मेरी बस इतनी ही दुआ है
कहो मुबारक..........


चैन अमन दिन में रातों में
बरसेगा अमृत बातों में
कोशिश नई सही ही करिये
शायद ऐसा हो सकता है
कहो मुबारक..........