हम कर के एतबार बदगुमान क्यों हुए

हम कर के एतबार बदगुमान क्यों हुए
दानिश्ता ही नाहक में परेशान क्यों हुए

मेरी खता को क्यों गुनाह कह रहे हैं लोग
ये लोग मुंसिफाना बेईमान क्यों हुए

पाबंद थे जो करने को मेरी मुखालफत
क्या बात है जनाब मेहरबान क्यों हुए

क्या मेरी तबाही की साजिश में थे शरीक
पहलूनशीं वगरना पशेमान क्यों हुए

आया जो इंकलाब तो मिलेगा क्या उन्हें
जो लोग बेगुनाह थे कुर्बान क्यों हुए

मुँह किसका किसका देखें राकिम जी यहाँ पर
किस किस से पूछें खफा साहेबान क्यों हुए